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लोग मुझे अपने होंठों से लगाए हुए हैं,

  लोग मुझे अपने होंठों से लगाए हुए हैं , मेरी शोहरत किसी के            नाम की मोहताज नहीं Attitude Shayari, log mujhe apane honthon  se lagae hue hain,  meree shoharat kisee ke  naam kee mohataaj nahin

उड़ने दो मिट्टी को आखिर कहाँ तक उड़ेगी

 उड़ने दो मिट्टी को आखिर कहाँ तक उड़ेगी
हवाओं ने जब साथ छोड़ा तो, आखिर जमीन पर ही गिरेगी
माना कि औरों की मुकाबले, कुछ ज्यादा पाया नहीं मैंने
लेकीन खुश हूं कि खुद गिराया संभलता रहा
किसी को गिराया नही मैंने
                                                                           
उड़ने दो मिट्टी को आखिर कहाँ तक उड़ेगी
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udane do mittee ko aakhir kahaan tak udegee havaon ne jab saath chhoda to,
 aakhir jameen par hee giregee maana ki auron kee mukaabale, 
kuchh jyaada paaya nahin mainne lekeen
 khush hoon ki khud giraaya sambhalata raha kisee ko giraaya nahee mainne


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